
नई दिल्ली, अखिल भारत हिन्दू महासभा ने ब्रिटिश साम्राज्यवाद के दौर में आज से 96 वर्ष पूर्व नई दिल्ली के संसद भवन में बम विस्फोट कर भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में नवक्रांति और इंकलाब जिंदाबाद की अलख जगाने वाले अमर बलिदानी भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त को नमन करते हुए भगत सिंह के सपनों के भारत निर्माण का संकल्प लिया।
हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने दोनों अमर बलिदानियों को नमन करते हुए कहा कि आज से 96 वर्ष पूर्व ब्रिटिश साम्राज्य की गूंगी बाहरी सरकार के कानों में भारत की स्वतंत्रता का संदेश पहुंचाने के लिए भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त ने संसद की दर्शक दीर्घा से 8 अप्रैल 1929 को सदन में बम विस्फोट कर भारत की स्वतंत्रता से संबंधित पर्चे फेंके। दोनों को उद्देश्य किसी की जान लेना नहीं वरन ब्रिटिश साम्राज्य को भारत की स्वतंत्रता के लिए विवश करने का एक क्रांतिकारी अभियान था। उनके इस प्रयास को अपराध मानते हुए भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त के साथ अशफाक उल्ला खान पर ब्रिटिश कानून ने अभियोग चलाते हुए फांसी पर लटका दिया।
हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने कहा कि भगत सिंह के बलिदान से स्वातंत्र्य समर में एक नवीन चेतना का उद्भव हुआ। सम्पूर्ण राष्ट्र, विशेषकर युवा वर्ग ने भगत सिंह के बलिदान से प्रेरित होकर ब्रिटिश साम्राज्य के विरुद्ध खुला विद्रोह आरंभ कर दिया। इस विद्रोह से भयभीत होकर ब्रिटिश साम्राज्य ने 15 अगस्त 1947 को देश विभाजन की पीड़ा के साथ भारत की स्वतंत्र घोषित कर दिया।
हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता बी एन तिवारी ने आज जारी बयान में यह जानकारी देते हुए कहा कि भारतीय स्वातंत्र्य समर में भगत सिंह के बलिदान का अविस्मरणीय और अतुलनीय योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय इतिहास लेखन में गांधी नेहरू परिवार को महिमामंडित करने के प्रयास में भगत सिंह को समुचित स्थान नहीं मिल पाया। इससे बड़ा दुर्भाग्य यह है कि भारत की स्वतंत्रता के 77 वर्ष बाद भी राजकीय गजट में भगत सिंह का नाम बलिदानी के स्थान पर उग्रवादी के रूप में दर्ज है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राजकीय गजट में भगत सिंह के नाम से उग्रवादी हटाकर महान बलिदानी अंकित करने का विधेयक पटल पर प्रस्तुत करने और भगत सिंह को भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि हिन्दू महासभा अपनी मांग के समर्थन में प्रधानमंत्री को ज्ञापन देगी।