
नई दिल्ली, अखिल भारत हिन्दू महासभा दिल्ली के रामलीला मैदान में जगतगुरू शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद जी महाराज की 17 मार्च को प्रस्तावित गौरक्षा सम्मेलन की अनुमति रद्द करने पर भड़क उठी है। हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि गौरक्षा सम्मेलन की अनुमति रद्द करना केंद्र सरकार के तानाशाही शासन का पक्ष उजागर करता है। स्वतंत्रता के 78 वर्ष बाद भी गौरक्षा के लिए आंदोलन करना देश के लिए दुर्भाग्य का विषय है। उन्होंने कहा कि देश के तमाम राजनीतिक दल गौरक्षा के विषय को राजनीतिक विषय मानते हैं और

राजनीतिक लाभ हानि का स्वार्थ सिद्ध करने के लिए गौरक्षा के विषय पर तटस्थ रहने में ही अपनी भलाई समझते हैं। यह सनातन धर्म और सनातनी नागरिकों के साथ विश्वासघात है, जिसे हिन्दू महासभा और सनातनी नागरिक किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि गौरक्षा राजनीति का विषय नहीं वरन विश्व भर के करोड़ों सनातनियों की श्रद्धा और आस्था का विषय है। सनातन धर्म में गौवंश को ऐसी मां का दर्जा दिया गया है, जिसके अंदर 33 कोटि देवी देवता वास करते हैं।
हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता बी एन तिवारी ने आज जारी बयान में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जगतगुरू शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद जी महाराज के गौरक्षा आंदोलन का हिन्दू महासभा पूरी तरह से समर्थन करती है।उन्होंने देशवासियों से गौरक्षा आंदोलन से जुड़कर केंद्र सरकार को गाय को राष्ट्रीय प्राणी घोषित करने, गौरक्षा कानून बनाने, गोमांस बेचने और खाने को राष्ट्रद्रोह का अपराध घोषित करने तथा गौहत्यारे को फांसी की सजा का कानून बनाने पर विवश करने का आह्वान किया।

जारी बयान के अनुसार हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष चंद्रशेखर भट्ट ने अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि जगतगुरू शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद जी महाराज को नरेला पुलिस द्वारा घंटों रोके की घटना निंदनीय और विचारों की अभिव्यक्ति व्यक्त करने के मौलिक अधिकार का हनन है। उन्होंने भाजपा मुख्यालय पहुंचने पर जगतगुरू शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद जी महाराज को पुलिस द्वारा भाजपा मुख्यालय से पहले ही रोकने और भाजपा पदाधिकारियों द्वारा जगतगुरू शंकराचार्य से मिलकर गौरक्षा पर भाजपा का दृष्टिकोण व्यक्त करने से मना करने का प्रकरण भाजपा के गौरक्षा विरोधी आचरण को प्रकट करता है।
हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रोफेसर यशपाल सिंह ने जगतगुरू शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद जी महाराज के 33 करोड़ गौरक्षक मतदाता तैयार करने के आह्वान का समर्थन करते हुए कहा कि हिन्दू महासभा इस अभियान को सफल बनाने के लिए गौरक्षक मतदाता संकल्प पत्र तैयार करवायेगी। संकल्प पत्र और जगतगुरू शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद जी महाराज का संदेश लेकर हिन्दू महासभा देश के कोने कोने में जाएगी और मतदाताओं से संकल्प पत्र भरवाकर गौरक्षक मतदाता तैयार करेगी। उन्होंने कहा कि सभी भरे हुए गौरक्षक मतदाता संकल्प पत्र जगतगुरू शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद जी महाराज को सौंपा जाएगा।
