रेखा गुप्ता जी का शासनकाल दिल्ली में विकास और उत्थान को नए सिरे से परिभाषित करेगा


दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 48 सीट जीतकर आम आदमी पार्टी के 11 साल के कुशासन का अंत किया। चुनाव परिणाम आने के बाद से ही दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के चेहरे पर निरंतर कयास लगाए जाते रहे। अरविंद केजरीवाल को पराजित करने वाले प्रवेश वर्मा और मनोज तिवारी सहित अनेक नामों पर चर्चा चली, लेकिन अंत में भाजपा आलाकमान ने शालीमार बाग से पहली बार विधानसभा चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंचने वाली भाजपा नेत्री रेखा गुप्ता के नाम पर मुख्यमंत्री की मोहर लगा दी।
रेखा गुप्ता दिल्ली की राजनीति में अपनी अच्छी पैठ रखती हैं। कॉलेज जीवन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ने वाली रेखा गुप्ता 1990 के दशक में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में पहले सचिव और बाद में अध्यक्ष पद चुनाव जीतकर सक्रिय राजनीति में आगाज किया। छात्र राजनीति से सीधा भाजपा में सक्रिय होने वाली रेखा गुप्ता ने निगम पार्षद का चुनाव लड़ा और चुनाव जीतने के बाद मेयर बनी। अपने मेयर कार्यकाल के दौरान रेखा गुप्ता ने जनकल्याण की अनेक योजनाओं को लागू कर लोकप्रियता हासिल की। उनकी इस लोकप्रियता ने उन्हें विधानसभा चुनाव में जीत दिलवाने और मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
भारतीय जनता पार्टी ने पेशे से वकील रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंपकर एक साथ कई निशाने साधे हैं। अधिवक्ता समाज को अपने अपने पक्ष में करने के साथ दिल्ली की महिलाओं का विश्वास हासिल करने में भाजपा ने बड़ी सफलता हासिल की है। हरियाणा की पृष्ठभूमि से होने के कारण दिल्ली में रह रहे हरियाणवासियों का भी भरपूर समर्थन भाजपा के पक्ष में दृष्टिगत होगा।
रेखा गुप्ता के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनकी राह भी आसान नहीं रहने वाली। उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती केजरीवाल शासन में हुए भ्रष्टाचार की निष्पक्ष जांच और दोषियों को जेल भेजने सबसे बड़ी चुनौती सिद्ध होगी। इसके अलावा केजरीवाल शासन ने रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों को मिले संरक्षण के तंत्र को ध्वस्त करना और घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें उनके देश वापस भेजना रेखा गुप्ता के लिए दूसरी बड़ी चुनौती होगी। अधिवक्ताओं का मुफ्त दस लाख रुपए का बीमा, महिलाओं को हर माह ढाई हजार रुपए की सौगात देना, गैस सिलेंडर पर 500 रुपए का राजकीय अनुदान देना जैसे अनेक चुनावी वायदों को पूरा करना रेखा गुप्ता सरकार के लिए सहज नहीं होगा।
दिल्ली में सरकार का गठन होने से पहले ही यमुना की सफाई का कार्य और यमुना आरती का आरंभ होना एक सुखद अनुभूति है। यह प्रमाण दर्शाता है कि भाजपा बहुत सोच समचकर अपनी रणनीति तैयार कर रही है। भाजपा दिल्ली की जनता को नाराज होने का कोई अवसर नहीं देना चाहती। अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी का रेखा गुप्ता सरकार के साथ सहयोगात्मक सहयोग प्रदान करने का ऐलान स्पष्ट करता है कि उनके सभी सहयोगी उनके मार्ग के कांटों को दूर कर उनके सत्ता संचालन के मार्ग को सरल बनाने का भरपूर प्रयास कर रहे हैं। इससे उम्मीद बंधती है कि रेखा गुप्ता का शासनकाल दिल्ली में विकास और उत्थान को नए सिरे से परिभाषित करेगा। रेखा गुप्ता सरकार को बहुत बहुत शुभकामनाएं और बधाई।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *